विनोद कुमार शुक्ल की कविता पर अच्युतानंद मिश्र
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*विसंगति की विडंबना*
60’ के दशक में जिन कवियों ने विशिष्ट कहन शैली से अपनी पहचान निर्मित की,
विनोद कुमार शुक्ल उन थोड़े कवियों में से हैं. कवि के साथ-साथ...
4 days ago
बहुत बहुत बधाई!
ReplyDeleteसादर
पुरस्कृत आलेख लिए बहुत२ बधाई,,,, सुनीता जी,,,,
ReplyDeleteMY RECENT POST ...: जख्म,,,